औरंगाबाद जिले के खुलताबाद में स्थित Bhadra Maruti Temple भारत के उन गिने-चुने मंदिरों में से एक है, जहाँ भगवान हनुमान की शयन मुद्रा (Sleeping Posture) में प्रतिमा विराजमान है। यह मंदिर न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि मराठा कालीन वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व का भी प्रतीक है। इस लेख में, हम Bhadra Maruti Temple के दर्शन, इतिहास, समय, और Bhadra Maruti Bhakta Niwas की सुविधाओं के साथ-साथ यात्रा से जुड़ी हर जानकारी साझा करेंगे।
Bhadra Maruti Temple का इतिहास और वास्तुकला
1. ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
- मराठा कालीन निर्माण: मंदिर का निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ, जो मराठा वास्तुकला की विशेषताएँ (पत्थर की नक्काशी, सरल गर्भगृह) दर्शाता है।
- ASI संरक्षण: भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा इसे संरक्षित स्मारक घोषित किया गया है।
- लोककथा: स्थानीय मान्यता है कि राजा भद्रसेन की भक्ति से प्रसन्न होकर हनुमान जी यहाँ प्रकट हुए। हालाँकि, यह कथा ऐतिहासिक रूप से प्रमाणित नहीं है।

2. वास्तुकला की विशेषताएँ
- शयन मुद्रा की प्रतिमा: हनुमान जी की 3 फीट ऊँची काली पत्थर की मूर्ति, जो भारत में केवल तीन स्थानों (खुल्दाबाद, प्रयागराज, जाम सावली) पर पाई जाती है।
- नक्काशी: मंदिर की दीवारों पर रामायण के दृश्य और मराठा कालीन फूलदार डिज़ाइन उकेरे गए हैं।
Bhadra Maruti Temple Timings (दर्शन और आरती का समय)
1. नियमित समय सारणी
समय | कार्यक्रम | विवरण |
---|---|---|
सुबह 5:30 बजे | मंदिर खुलना | मंगला आरती |
6:00–10:00 AM | दर्शन | सामान्य भक्तों के लिए |
12:00 PM | मंदिर बंद | दोपहर का विश्राम |
4:00 PM | मंदिर पुनः खुलना | संध्या आरती |
7:00 PM | शयन आरती | दीपक जलाकर विश्राम |

2. विशेष आयोजन
- हनुमान जयंती (चैत्र पूर्णिमा): सुबह 5:30 बजे विशेष अभिषेक, भंडारा, और रात्रि जागरण।
- शनि अमावस्या: शनिवार को शनि दोष निवारण हेतु विशेष पूजा (लागत: ₹501)।
- राम नवमी: मंदिर को फूलों और दीयों से सजाया जाता है; भक्ति गीतों का आयोजन।
Bhadra Maruti Temple दैनिक अनुष्ठान और उनका महत्व
1. अभिषेक (सुबह 6:30 बजे)
- विधि: दूध, शहद, घी, और फूलों से हनुमान जी की प्रतिमा का अभिषेक।
- लागत: ₹351 (पूजा सामग्री और प्रसाद शामिल)।
- महत्व: मान्यता है कि इससे आत्मिक शुद्धि होती है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
2. हनुमान चालीसा पाठ (शाम 6:00 बजे)
- सहभागिता: सभी भक्त नि:शुल्क भाग ले सकते हैं।
- प्रभाव: मानसिक शांति और संकटों से मुक्ति का विश्वास।
भक्तों के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश
1. वस्त्र शैली और नियम
- ✅ पारंपरिक पोशाक: स्त्रियाँ साड़ी/सलवार और पुरुष धोती/कुर्ता पहनें।
- ❌ निषेध: मोबाइल फोन, चमड़े के सामान, और मांसाहारी भोजन की अनुमति नहीं।
2. प्रैक्टिकल टिप्स
- प्रो टिप 1: गर्मियों में मोज़े ले जाएँ—संगमरमर का फर्श तपता है!
- प्रो टिप 2: भीड़ से बचने के लिए सुबह 6:00 बजे तक पहुँच जाएँ।
- ♿ सुविधा: वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए रैंप और प्राथमिक दर्शन।
Bhadra Maruti Bhakta Niwas: ठहरने की सुविधाएँ
1. कमरे और सुविधाएँ
- AC कमरे: ₹1200/रात (डबल बेड, अटैच्ड बाथरूम, टीवी)।
- Non-AC कमरे: ₹800/रात (पंखे और बेसिक फर्नीचर के साथ)।
- सामूहिक हॉल: तीर्थयात्री समूहों के लिए ₹500/व्यक्ति (10+ लोग)।
2. बुकिंग प्रक्रिया
- ऑनलाइन: पर डेट और कमरा चुनें (UPI/क्रेडिट कार्ड स्वीकार्य)।
- ऑफ़लाइन: मंदिर कार्यालय में सीधे बुक करें (कॉल: 02437 241458)
3. भक्त निवास का पता
Khuldabad Road, Police Station Rd, near Khuldabad,
Badlabai, Maharashtra 431101
Bhadra Maruti Temple कैसे पहुँचें?
1. सड़क मार्ग
- मुंबई से: NH160 के माध्यम से 330 किमी (6–7 घंटे का सफर)।
- पुणे से: औरंगाबाद हाइवे से 220 किमी (4.5 घंटे)।
2. रेल और हवाई मार्ग
- निकटतम रेलवे स्टेशन: औरंगाबाद जंक्शन (15 किमी, ऑटो ₹200)।
- हवाई अड्डा: औरंगाबाद एयरपोर्ट (25 किमी, टैक्सी ₹600)।
आसपास के दर्शनीय स्थल
1. एलोरा की गुफाएँ (10 किमी)
- विशेषता: 34 रॉक-कट गुफाएँ, जिनमें कैलाशनाथ मंदिर विश्व प्रसिद्ध है।
- समय: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक।
- टिप: गाइड की मदद से गुफाओं के इतिहास को समझें।
2. घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग (35 किमी)
- महत्व: 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक घृष्णेश्वर मंदिर, भगवान शिव को समर्पित।
- आरती समय: संध्या 7:00 बजे (अद्भुत अनुभव)।
3. बीबी का मकबरा (20 किमी)
- इतिहास: औरंगज़ेब द्वारा बनवाया गया “छोटा ताजमहल”।
- प्रवेश शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए ₹25, विदेशियों के लिए ₹300।
FAQ Related to Bhadra Maruti temple
क्या मंदिर में व्हीलचेयर की सुविधा है?
हाँ, मंदिर परिसर में रैंप और व्हीलचेयर एक्सेस उपलब्ध है।
Bhadra Maruti Bhakta Niwas में बच्चों के लिए शुल्क क्या है?
5 साल तक के बच्चों के लिए निःशुल्क।
नजदीकी अस्पताल कहाँ है?
खुलताबाद सिविल हॉस्पिटल (2 किमी) में आपातकालीन सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
निष्कर्ष
Bhadra Maruti Temple Aurangabad न केवल आध्यात्मिक बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहाँ की शांत मुद्रा वाली हनुमान प्रतिमा और Bhadra Maruti Bhakta Niwas की सुविधाएँ आपकी यात्रा को सुखद बनाएँगी। इस पवित्र स्थल की यात्रा अवश्य करें और महाराष्ट्र की समृद्ध धरोहर का अनुभव लें!