नमस्कार दोस्तों, आज हम इस पोस्टमें स्वामी श्री गगनगिरी महाराज के बारेमे और उनके Gagangiri Maharaj Math Khopoli बारेमे विस्तार से जानकारी हासिल करेंगे। स्वामी गगनगिरी महाराज नाथ संप्रदाय के गुरू जलतपस्वी के रूप में पूरे भारत में प्रसिद्ध थे। गगनगिरी महाराज हठयोगी और उन्हें श्री दत्तात्रय का अवतार माना जाता है। स्वामीजी मठ महाराष्ट्र के खोपोली गांव में स्थित है। इस मठ को देशभर से भाविक दर्शन करने आते है।
Who is Gagangiri Maharaj ?
स्वामी गगनगिरी महाराज का जन्म 30 नवंबर 1906 को भारत के महाराष्ट्र राज्य के सातारा जिले के पाटन मानडुरे गांव में हुआ था। उनका जन्म पाटणकर घराने में हुआ और उनका नाम “श्रीपाद” रखा गया था। उनका पूरा नाम श्रीपाद गणपत पाटणकर था। स्वामी के माता पिता देहावसान पांच साल के उम्र में हवा जब वे केवल सात साल के थे तब महाराज ने घर को त्याग दिया और बत्तीस शिराला स्थित नाथ संप्रदाय के मठ में चले गये। गगनगिरी महाराज ने छोटी उम्र में ही संन्यास ले लिया था।
नाथ संप्रदाय की दिक्षा लेने के बाद वे नाथ संप्रदाय के साधु संतों के साथ यात्रा पर निकल गए। Gagangiri Maharaj एक प्रतिभाशाली बालक थे जिसकारण वे जल्द ही शास्त्र, योग और तंत्र में महारत हासिल कर ली।
श्री Gagangiri Maharaj ने भूटान, मानस सरोवर, नेपाल, गोरक्षदरबार, गोरखपूर, पशुपतीनाथ जैसे स्थानो की यात्रा की और अल्मोड़ा लौट आए। अंत में उन्होंने गंगा घाटी से होकर यात्रा की और बद्रिका आश्रम आ गए।
उन्होंने नेपाल, भूटान, मानस सरोवर, गौरीशंकर, गोरक्षदरबार, गोरखपुर, पशुपतिनाथ जैसे दूर-दूर के स्थानों की यात्रा की और अल्मोड़ा लौट आए। अंत में, उन्होंने हिमाचल प्रदेश की गंगा घाटी से होकर यात्रा की और बद्रीका आश्रम आ पहुंचे। स्वामी गगनगिरी महाराज ने माऊली कुंड, माऊली कड़ा, ज़ांज़ू जल, मौसम कड़ा, कासरबाड़ी, अदरक जल, सत-बरकुंड, होली कड़ा, मार्गज जल, जंगलीदेव पट्टी, शिराले आदि जैसे कई स्थानों पर तपस्या की।
गगनगिरी महाराज विशेष रूप से अपनी जल तपस्या और गहन ध्यान प्रथाओं के लिए जाने जाते थे।
बालासाहेब ठाकरे, यशवंतराव चव्हाण, बालासाहेब देसाई, राजारामबापू पाटिल, पतंगराव कदम जैसे कई उच्च पदस्थ अधिकारी और मंत्री महाराज जी के दर्शन करने आया करते थे ।
Gagangiri Maharaj’s Spiritual Awakening and Ascetic Life (1930s – 1950s)
गगनगिरी महाराज का आध्यात्मिक जागरण और तपस्वी जीवन के संबंध में कहा जाए तो, Gagangiri Maharaj सन १९३० दशक में महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर के पास स्थित पश्चिमी घाट में Gagangadh गुफाओं में चले गए, जहां उन्होंने कई साल एकांत में ध्यान, तपस्या आध्यात्मिक साधना की। “गगनगिरी” पर्वत में ध्यान साधना करने की वजह से उनको Gagangiri Maharaj नाम से जाना जाने लगा।
इन वर्षों के दौरान, महाराज ने कठोर आध्यात्मिक अनुशासन का पालन किया, गहन ध्यान और प्रार्थना में घंटों बिताए। उन्होंने पूर्ण तपस्वी जीवन जिया, कम से कम भोजन पर जीवित रहे और अक्सर कई दिनों तक उपवास किया। माना जाता है कि गुफाओं में उनके अनुभवों ने उन्हें अस्तित्व की प्रकृति और परम सत्य के बारे में गहन अनुभूतियाँ दीं।
Establishing the Gagangiri Maharaj Math Khopoli (1960s – 1980s)
सन १९६० केe दशक में गगनगिरी महाराज खोपोली शहर जो कि महाराष्ट्र के मुंबई शहर के पास है वहां चले गए। वहां उन्होंने Gagangiri Maharaj Math की स्थापना की। जिसकी Gagangiri Ashram के नाम से भी जाना जाता है। आगे चलकर गगनगिरी आश्रम आध्यात्मिक साधकों के लिए एक केंद्र बन गया, साधक इस मठ में ध्यान, प्रार्थना सिख सकते है। इस आश्रम में सादगी, आत्म अनुशासन और मानवता की सेवा का जीवन यह मूल्य सिखाए जाते है।
Gagangiri Maharaj Math में स्वामी ने हजारों भक्तों को मार्गदर्शन करना जारी रखा, आध्यात्मिक शिक्षाएं दी, धार्मिक अनुष्ठान किए और निस्वार्थ सेवा की शिक्षा दी। स्वामी के मठ में केवल भारत सेही नहीं बल्कि विदेशों से भी भक्त उनका आशीर्वाद और ज्ञान प्राप्त करने आते थे। आज भी इस मठ में भाविकों का तांता लगा रहता है।
गगनगिरी महाराज मंदिर के जैसा ही सुंदर और मनमोहक मंदिर शेगांव के गजानन महाराज मंदिर भी है। श्री गजानन महाराज मंदिर की भव्यता और सुंदरता देखते ही बनती है।
Gagangiri Maharaj Math Khopoli Contact Number and Address
Off Pune-Mumbai NH4
Dist. Raigad
Tal. Khalapur
Maharashtra 410 203
India
Telephone : +91(02192)-262764/266351
Declining Health and Passing (2008)
अपने जीवन के अंतिम वर्षों में, गगनगिरी महाराज का स्वास्थ्य खराब होने लगा। अपनी शारीरिक स्थिति के बावजूद, उनकी आध्यात्मिक शक्ति मजबूत रही। उन्होंने अपने अनुयायियों का मार्गदर्शन करना और अंत तक आध्यात्मिक अभ्यास करना जारी रखा। गगनगिरी महाराज का 2008 में निधन हो गया, वे अपने पीछे आध्यात्मिक शिक्षाओं की एक गहरी विरासत और समर्पित अनुयायियों का एक बड़ा समुदाय छोड़ गए।
उनके निधन पर उनके अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई, लेकिन उनकी शिक्षाएं और आश्रम आज भी फल-फूल रहे हैं। खोपोली में श्री गगनगिरी महाराज मठ आध्यात्मिक शिक्षा का एक जीवंत केंद्र बना हुआ है, जो दुनिया के कोने-कोने से शांति, ज्ञान और आत्मज्ञान की तलाश करने वाले आगंतुकों को आकर्षित करता है।
Gagangiri Maharaj Temple
Gagangiri Maharaj Temple महाराष्ट्र के खोपोली में श्री गगनगिरी महाराज मठ में स्थित पूज्य गगनगिरी महाराज को समर्पित एक पवित्र स्थान है। Gagangiri Maharaj Temple आश्रम का एक विभिन्न अंग है और शांति ज्ञान और ईश्वर का आशीर्वाद पाने वाले भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक केंद्र है।
Key Features of Gagangiri Maharaj Temple
1. Natural Surroundings:
गगनगिरी मंदिर गगनगिरी आश्रम में स्थित है। गगनगिरी आश्रम खोपोली स्टेशन से केवल 10 मिनिट के दूरी पर स्थित है। पहाड़ों को गोद में बसा यह आश्रम के बीच मेंसे पातालगंगा नदी बहती है जो मंदिर के सुंदरता में चार चांद लगाती है।
2.Idol of Gagangiri Maharaj:
मंदिर में गगनगिरी महाराज की एक सुंदर मूर्ति है, जिसमें उन्हें ध्यान मुद्रा में दिखाया गया है। यह मूर्ति शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रतीक है, जो आगंतुकों में भक्ति की प्रेरणा देती है।
3.Sacred Atmosphere:
मंदिर प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है, जो ध्यान और प्रार्थना के लिए एक शांत वातावरण बनाता है। शांत वातावरण गगनगिरी महाराज की आध्यात्मिक शिक्षाओं का पूरक है।
4.Daily Rituals and Offerings:
भक्तगण भजन, आरती और ध्यान सत्रों सहित दैनिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। मंदिर आध्यात्मिक सभाओं और विशेष समारोहों के लिए एक स्थल के रूप में कार्य करता है, खासकर महाराज की जयंती (जन्मोत्सव) जैसे शुभ दिनों पर।
5.Architectural Beauty:
मंदिर का डिज़ाइन सादगी और आध्यात्मिक सद्भाव को दर्शाता है, जिसमें आधुनिक वास्तुकला और पारंपरिक तत्वों का मिश्रण है। इसके आस-पास की हरियाली और बहती नदियाँ इस जगह की समग्र दिव्यता को बढ़ाती हैं।
6.Pilgrimage and Community Service:
यह मंदिर पूरे भारत से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है। यह विभिन्न सामुदायिक सेवाओं में भी शामिल है, जिसमें निःशुल्क भोजन (अन्नदान), वंचितों के लिए शिक्षा और आध्यात्मिक परामर्श शामिल है।
Significance of the Gagangiri Maharaj Temple
गगनगिरी महाराज मंदिर एक भौतिक संरचना से कहीं अधिक है; यह महाराज की आत्म-अनुशासन, भक्ति और मानवता की सेवा की शिक्षाओं का प्रतिनिधित्व करता है। आगंतुक अक्सर मंदिर में समय बिताने के बाद आंतरिक शांति और आध्यात्मिक कायाकल्प की भावना की रिपोर्ट करते हैं।
How to Visit the Gagangiri Maharaj Temple
यह मंदिर खोपोली में श्री गगनगिरी महाराज मठ के भीतर स्थित है, जहाँ सड़क और रेल के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है। यह मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर और पुणे से 70 किलोमीटर दूर है। मठ पूरे साल आगंतुकों के लिए खुला रहता है, जो इसे आध्यात्मिक साधकों के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है।
Gagangiri Maharaj Temple Timings
गगनगिरी महाराज मंदिर में नीचे दिए गए समय के अनुसार दिनचर्या होती है।
Time | Rituals |
प्रातः काल ४.५० बजे | समाधी को मंगल स्नान |
प्रातः काल ५.१५ बजे | सुबह की काकड़ आरती |
सुबह ६.२५ बजे | समाधी के दर्शन |
सुबह ११.०० बजे | पद्य पूजा |
दोपहर १२.०० बजे | मध्यान्ह आरती |
दोपहर ०१.०० बजे | होम हवन और पूजा |
दोपहर ०१.०० बजे के बाद | महाप्रसाद |
दोपहर ०४.०० बजे | समाधी मंदिर में पोथी पठन |
सूर्यास्त के समय | सूर्यास्त होने पर धुप आरती |
रात ०८.०० बजे | सांज आरती |
रात ०८.०० बजेसे | समाधी मंदिर में भक्ति संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम |
Gagangiri Maharaj Bhakta Niwas
गगनगिरी महाराज के आश्रम मे भविको को रहने के लिए Bhakta Niwas भी उपलब्ध है। विशेष कर गगनगिरी महाराज के खोपोली स्थित आश्रम में आने वाले भाविकों के लिए यह आश्रम उपलब्ध है। यह अनुयायियों को ध्यान, भक्ति और चिंतन में खुद को लीन करने के लिए एक शांत और आध्यात्मिक रूप से उत्थानशील वातावरण प्रदान करता है।
Gagangiri Maharaj Bhakta Niwas Key Features
महाराष्ट्र के खोपोली स्थित गगनगिरी महाराज के मंदिर प्रशासन ने गगनगिरी महाराज के दर्शन के के लिए आनेवाले भक्तों की सुविधा के लिए भक्त निवास भी उपलब्ध कराया है। इस भक्त निवास में उपलब्ध सुविधाएं कुछ इस प्रकार है।
Comfortable Accommodation in Bhakta Niwas
भक्त निवास में आगंतुकों के लिए शांतिपूर्ण प्रवास सुनिश्चित करने के लिए स्वच्छ और सुव्यवस्थित कमरे उपलब्ध हैं। कमरे व्यक्तियों, परिवारों और भक्तों के समूहों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
Spiritual Atmosphere in Gagangiri Maharaj Bhakta Niwas
आश्रम के निकट स्थित भक्त निवास एक शांत वातावरण प्रदान करता है जो आश्रम में की जाने वाली आध्यात्मिक प्रथाओं को संपूरित करता है।
Near to the Gagangiri Maharaj Temple
यह भक्त निवास गगनगिरी महाराज आश्रम, खोपोली आश्रम के निकट स्थित है, जिससे भक्तों को प्रार्थना, ध्यान सत्र और आश्रम की गतिविधियों में भाग लेने में आसानी होती है।
Affordable Stay in Bhakta Niwas
गगनगिरी महाराज की शिक्षाओं के अनुरूप, भक्त निवास को सभी भक्तों की सुविधा के लिए बनाया गया है, जिसमें नाममात्र लागत पर या दान के आधार ₹ ५००/- प्रति व्यक्ति पर आवास की सुविधा उपलब्ध है। जिसमें दोनों वक्त का खाना, सुबह का नाश्ता शामिल है।
Gagangiri Maharaj Bhakta Niwas Accommodation Rules
- वर्तमान बुकिंग करते समय, कृपया सुनिश्चित करें कि सभी सदस्यों का सटीक विवरण (नाम, संबंध, आयु, आदि) प्रदान किया गया है, साथ ही प्रत्येक सदस्य के लिए वैध पहचान प्रमाण जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रदान किया गया है। सटीक या सत्य जानकारी प्रदान न करने पर बुकिंग तत्काल रद्द कर दी जाएगी और कमरा खाली करना पड़ेगा।
- हॉल/कमरे न्यूनतम 24 घंटे और अधिकतम 48 घंटे के लिए आवंटित किए जाएंगे।
- अकेले व्यक्तियों (पुरुष या महिला) को कमरे आवंटित नहीं किए जाएंगे। ऐसे मामलों में, आवास के लिए हॉल की सुविधा उपलब्ध है।
- जोड़ों को कमरे केवल वैध दस्तावेजों के माध्यम से उनकी वैवाहिक स्थिति की पुष्टि करने के बाद ही आवंटित किए जाएंगे।
- रसीद पर बताए गए समय के अनुसार स्वच्छता और अन्य शुल्क लागू किए जाएंगे। कमरे के लिए सेवा शुल्क रसीद पर उल्लिखित अवधि के आधार पर तय किए जाते हैं, और किसी भी परिस्थिति में कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगाया जाएगा।
- अपने कीमती सामान, जैसे कि नकदी, मोबाइल फोन और अन्य सामान को अपने कमरे में अपने जोखिम पर रखें।
- भक्तों से अनुरोध है कि वे रसीद पर बताए गए विशिष्ट समय पर कमरा खाली कर दें और चाबियाँ फ़्लोर अटेंडेंट को सौंप दें। ऐसा न करने पर अगले पूरे दिन के लिए सेवा शुल्क लगाया जाएगा।
- यदि किसी कमरे में किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार पाया जाता है, तो उसमें रहने वालों को तुरंत कमरा खाली करना होगा।
- ऑनलाइन बुकिंग के लिए, उपलब्धता के अधीन, बुक किए गए समय से तीन घंटे पहले तक कमरे आवंटित किए जाएंगे।
- आगंतुकों को सलाह दी जाती है कि वे इस स्थल की आध्यात्मिक प्रकृति के सम्मान में शालीन कपड़े पहनें।
- मुख्य मंदिर क्षेत्र के अंदर फ़ोटोग्राफ़ी प्रतिबंधित हो सकती है; कृपया अनुमति मांगें।
- स्पॉट बुकिंग के मामले में, उपलब्धता के आधार पर कमरे “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर आवंटित किए जाएंगे।
- कमरे के आवंटन से संबंधित सभी मामलों में प्रशासनिक अधिकारी/अधीक्षक का निर्णय अंतिम होगा।
- कृपया कमरे में मौजूद फर्नीचर का दुरुपयोग न करें या दीवारों पर कुछ भी न लिखें। नुकसान या हानि की स्थिति में, रहने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा और कमरे को तुरंत खाली करना होगा।
- कमरे के अंदर और संस्थान परिसर में शराब पीना, धूम्रपान करना और तंबाकू या गुटखा चबाना सख्त वर्जित है।
- किसी भी परिस्थिति में कोई सेवा शुल्क (भुगतान की गई राशि) वापस नहीं की जाएगी, भले ही कमरा तय समय से पहले खाली कर दिया गया हो।
- गर्म पानी सुबह 3:00 बजे से उपलब्ध रहेगा जब तक पानी खत्म नहीं होता।
Gagangiri Maharaj Temple Address & Contact Number
P.P.Swami Gagangiri maharaj Yogashram Khopoli.
Off Pune-Mumbai NH4
Dist. Raigad
Tal. Khalapur
Maharashtra 410 203
India
Telephone : +91(02192)-262764/266351
Gagangiri Maharaj Temple FAQ
Why is Gagangiri Maharaj famous?
गगनगिरी महाराज विशेष रूप से अपनी जल तपस्या और गहन ध्यान प्रथाओं के लिए जाने जाते थे।
What is the dress code for Gagangiri Maharaj math?
गगनगिरी महाराज मंदिर में आनेवाले भक्तों के लिए कोई विशेष ड्रेस कोड नहीं है मगर आगंतुकों को सलाह दी जाती है कि वे इस स्थल की आध्यात्मिक प्रकृति के सम्मान में शालीन कपड़े पहनें।
What time is lunch at Gagangiri Math?
दोपहर ०१.०० बजे होम हवन के बाद महाप्रसाद का समय गगनगिरी महाराज मंदिर में होता है।
Is Gagangiri Maharaj a god?
स्वामी गगनगिरी महाराज एक भारतीय हिंदू संत और नाथ संप्रदाय के गुरु थे।
Gagangiri Ashram Room booking rates
गगनगिरी महाराज की शिक्षाओं के अनुरूप, भक्त निवास को सभी भक्तों की सुविधा के लिए बनाया गया है, जिसमें नाममात्र लागत पर या दान के आधार ₹ ५००/- प्रति व्यक्ति पर आवास की सुविधा उपलब्ध है। जिसमें दोनों वक्त का खाना, सुबह का नाश्ता शामिल है।